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हम बड़े-बुज़ुर्गों के इरादे, विचार और कामकाज बच्चों के दिलों में घर कर जाते हैं। बच्चे उनको पूरे मनोयोग से देखते हैं, उनसे सीखते हैं और तुरन्त हर बात को आत्मसात कर लेते हैं; तो ऐसे में बड़े-बुज़ुर्गों की ज़िम्मेदारी बनती है कि वे न केवल बच्चों की अच्छी परवरिश करें, बल्कि उनका पालन-पोषण और मार्गदर्शन इस तरह करें कि वे एक सन्तोषप्रद जीवन जी सकें।
द विज़्डम ब्रिज में दाजी नौ सिद्धान्तों को प्रस्तुत करते हैं; ये ऐसा जीवन जीने में पाठकों का मार्गदर्शन करते हैं जो आपके बच्चों और प्रियजनों को प्रेरित करता है। ये सिद्धान्त सम्पूर्ण और सुखी जीवन का निर्माण करने के लिए सभी माता-पिता, भावी माता-पिता, दादा-दादी और केयरगिवर्स के लिए महत्वपूर्ण सन्दर्भ हैं। ये सिद्धान्त न केवल आपके बच्चों का जीवन समृद्ध बनाते हुए ज़िम्मेदार युवाओं के रूप में उनकी परवरिश करने में आपकी मदद करेंगे, बल्कि एक प्रेरक जीवन जीने और पारिवारिक रिश्तों में मज़बूती लाने में भी आपके सहायक होंगे।
Imprint: Hind Pocket Books
Published: Feb/2023
ISBN: 9780143460329
Length : 336 Pages
MRP : ₹399.00
Imprint: Penguin Audio
Published:
ISBN:
Imprint: Hind Pocket Books
Published: Feb/2023
ISBN:
Length : 336 Pages
MRP : ₹399.00
हम बड़े-बुज़ुर्गों के इरादे, विचार और कामकाज बच्चों के दिलों में घर कर जाते हैं। बच्चे उनको पूरे मनोयोग से देखते हैं, उनसे सीखते हैं और तुरन्त हर बात को आत्मसात कर लेते हैं; तो ऐसे में बड़े-बुज़ुर्गों की ज़िम्मेदारी बनती है कि वे न केवल बच्चों की अच्छी परवरिश करें, बल्कि उनका पालन-पोषण और मार्गदर्शन इस तरह करें कि वे एक सन्तोषप्रद जीवन जी सकें।
द विज़्डम ब्रिज में दाजी नौ सिद्धान्तों को प्रस्तुत करते हैं; ये ऐसा जीवन जीने में पाठकों का मार्गदर्शन करते हैं जो आपके बच्चों और प्रियजनों को प्रेरित करता है। ये सिद्धान्त सम्पूर्ण और सुखी जीवन का निर्माण करने के लिए सभी माता-पिता, भावी माता-पिता, दादा-दादी और केयरगिवर्स के लिए महत्वपूर्ण सन्दर्भ हैं। ये सिद्धान्त न केवल आपके बच्चों का जीवन समृद्ध बनाते हुए ज़िम्मेदार युवाओं के रूप में उनकी परवरिश करने में आपकी मदद करेंगे, बल्कि एक प्रेरक जीवन जीने और पारिवारिक रिश्तों में मज़बूती लाने में भी आपके सहायक होंगे।
दाजी, जिन्हें कमलेश डी पटेल के नाम से भी जाना जाता है, वैश्विक हार्टफुलनेस आन्दोलन के चौथे और वर्तमान स्प्रिचुअल गाइड हैं। उन्होंने बीते चार दशकों में दुनिया भर के लोगों को हार्टफुलनेस मेडीटेशन का प्रशिक्षण दिया है।
दाजी बेस्टसेलर्स डिजाइनिंग डेस्टिनी और (जोशुआ पोलॉक के साथ) द हार्टफुलनेस वे के लेखक हैं। उनके कामों की झलक टाइम्स ऑफ इंडिया, इकोनॉमिक टाइम्स, हिन्दुस्तान टाइम्स और प्रमुख टेलीविजन नेटवर्क्स पर दिखाई दे चुकी है। दाजी विश्वस्तरीय सम्मेलनों में मुख्य भाषण देते हैं और कार्यशालाएँ आयोजित करते हैं। उनका जुझारूपन उनके ज़मीनी स्तर के प्रयासों में नज़र आता है, विशेषकर मेडीटेशन को भारत के गाँवों तक ले जाने में। दाजी को भारत के कान्हा शान्ति वनम में अपने पोते-पोतियों के साथ प्राकृतिक सौन्दर्य के बीच सैर का आनन्द लेना भाता है, जहाँ वे अपने परिवार के साथ रहते भी हैं।