लौह-लेखनी के धनी आचार्य चतुरसेन शास्त्री का यह उपन्यास असाधारण परिस्थितियों में फँसी आधुनिक नारी की करुण गाथा है। इस रोमांटिक उपन्यास में लेखक ने स्त्री-पुरुष संबंधों का बहुत ही मार्मिकता से उद्घाटन किया है।
वरदान और अभिशाप के बीच झूलती नारी अपना संतुलन खो बैठती है और ऐसे घटनाचक्र से होकर गुज़रती है, जिसके लिए वह बिलकुल तैयार न थी। आभा में उसके मोह भंग की कहानी पढ़ने को मिलेगी।
लेखक ने इस उपन्यास में चरित्रों को असाधारण परिस्थितियों में रखकर जैसा विश्लेषण किया है, उससे पाठक प्रभावित हुए बिना नहीं रहेंगे। साथ ही पढ़िए पति-पत्नी के बीच अनूठे संघर्ष की मर्मस्पर्शी कहानी ‘द्वंद्व।’
Imprint: Penguin Swadesh
Published: Aug/2024
ISBN: 9780143470779
Length : 150 Pages
MRP : ₹175.00