संत-भक्त कवियों में सबसे अलग और विशिष्ट स्थान है कबीर का।
सधुक्कड़ी भाषा में फक्कड़पन से जो कुछ कह गए दास कबीर, वैसा तीखा और विद्रोही स्वर किसी का न रहा। भारतीय जन-मानस पर कबीर की अमिट छाप है, जिन्होंने धर्म, जाति, आडंबरों और अंधविश्वासों पर तीखा प्रहार किया। कबीर के भजन, उनके दोहे और कुंडलियाँ जो कि उन्होंने रचीं, एक-एक रचना में वह अपने ठेठ ढंग से जीवन को सही तरह से जीने की प्रेरणा देते हैं तथा मानव-मात्र की एकता पर बल देते हैं। पढ़िए संत कवि की रोचक जीवनी और रचनाएँ।
Imprint: Penguin Swadesh
Published: May/2024
ISBN: 9780143468226
Length : 140 Pages
MRP : ₹150.00